अनमोल इतने दिल से बनया तिनका जोड कर जान डाल दी खुद को तोड़ कर जो बना वह किसे करिश्मे से कम न था देखने वाले ने भी कहा अरे वाह नज़रों में इतना आया की नज़र लग गयी चमक उसकी कुछ लोगो को चुभ गयी छिनने से भिखरने तक कोई कमी न छोड़ी छीननेContinue reading “Anmol”
Category Archives: Hindi poem
Mother
तुमसे बढ़कर कोई नहीं माँसहेली, हमदर्द, फरिश्ता, सब तुम होमेरी सारी दुनिया तुमसे हैतुम मेरी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी नेमत होभगवन कैसे होगें यह जानें कि अगर इच्छा होतुम्हारे पैरों में ही स्वर्ग है और तुम्हारे चेहरे में ही है वोहमेरी माँ जैसा दुनिया में कोई नहींमुझे भगवन या किसी से कोई शिकायत नहींतुम्हारे रूपContinue reading “Mother”
Maa/Mother
सूरज की पहली किरण के साथ तुम उठ जाती चाहे कितनी थकी हो बीमार थी रात में यह फिर कभी बच्चों की आवाज़ से कभी टीवी की शोर से सोई नहीं हो सूरज की पहली किरण देखना तुम्हे कितना भाता है और तुम हमारे घर का सूरज हो घर को संभालना सबका खयाल रखने काContinue reading “Maa/Mother”
Delhi burns
#DelhiBurns #DelhiRiots2020 आज आसमान धुएं से मिल कुछ यूँ काला हुआ जैसे सांस तो चल रही पर दम घुटा जा रहा था जल उठा शहर मेरा हर जगह शोर और डर हो गया सपनो और जूनूनवाली गलियो में बस अब खून था आखें जो हर किसी का साथ देने को तैयार रहती अब हर किसीContinue reading “Delhi burns”